Saturday 25 March 2023

Ye mausam ki baarish...ye baarish ka paani

 


 

 

सुबह उठी तो हर तरफ़ काले घनेरे बादल छाए हुए थे। घनघोर वर्षा का अंदेशा था और कुछ ही समय में गरजते हुए बादल और गड़ग़ड़ाती हुई बिजली के बीच इंद्र देवता ने धरती पर कृपा कर ही दी। पानी के स्पर्श से धरा खिल उठी। पेड़, पौधे प्रफुल्लित होकर झूम उठे और चारों ओर हर्षोंल्लास का माहौल बन गया।
इस मौसम से मेरी कुछ ऐसी आत्मीयता है कि वर्षा ऋतु के आते ही मुझ में एक उत्साह सा आ जाता है, मानो नव जीवन का संचार हो गया हो।
परंतु हर मनुष्य के लिए स्थिति ऐसी नहीं होती।
उम्र के इस पड़ाव पर आकर जब आप ने अनेक सावन अनुभव कर लिए होते हैं, तब आप इस पर अनुच्छेद लिखें तो संभवतः स्वीकार्य होगा। इसलिए अब बताती हूँ कैसे।
तो बात यह है, कि मौसम तो सभी सुंदर होते हैं परंतु आप को कैसे लगते हैं, यह आप की मन: स्थिति पर निर्भर करता है।




ये बारिश का मौसम उस छोटे बच्चे के लिए अद्भुत है जो पानी में भीगता हुआ, गड्ढों में भरे पानी में छपाके मारता हुआ, बारिश के हर एक पल को जीता है।
यह मौसम उन किशोरों को मदमस्त कर देता है जो बारिश में अपने दोस्तों संग फ़ुट्बॉल के खेल का आनंद लेते हैं।
इसका महत्तव उस किसान के लिए हैं, जिसके खेत में फसल तभी लहलहाएगी जब उस पर बारिश की झड़ी लगेगी।
यह मौसम उस प्रेमी युगल के लिए सुहावना है जो बारिश के नशे में एक दूसरे की आँखों में डूब जाते हैं।
यह मौसम उन लोगों के लिए हैं, जो आराम से बैठकर गरम-गरम चाय और पकौड़ों का इत्मिनान से लुत्फ़ उठा सकते हैं।
परंतु इसी सुंदर सुहावने मौसम की परिभाषा उन लोगों के लिए बदल जाती है जिन्हें रोज़ सुबह उठकर सड़क पर रेढ़ी लगानी है, जिनके सर पर छत ही नहीं है, या फिर अगर है तो एक बारिश होते ही ऐसे टपकती है मानो खुले आकाश के नीचे बैठे हों। बारिश में सर्दी से थर थर कांपते हुए उन बच्चों से कोई पूछे कि उन्हें इस मौसम से क्या चाहिए तो डिबडिबाती हुई आँखो से वो एक छतरी या एक घर की ही मनोकामना करेंगे।
जो मौसम एक के लिए आशा और उल्लास का स्रोत है, वही दूसरे के लिए, उसके दुर्भाग्य और कठिनाइयों का अनुस्मारक है। मौसम वही, अनुभूतियाँ क़ई।
बारिश की बूँदो को जब अटखेलियाँ करते देखती हूँ तो ऐसे ही अनेक विचार मन में उत्पन्न हो जाते हैं और जब तक इन्हें काग़ज़ पर न उतार दूँ तब तक सुकून भी नहीं आता है।

तो आज का ये मौसम, सुख की अनुभूति और आत्म प्रतिबिम्ब को समर्पित। स्वयं अनुभव कर के देखिए, अच्छा लगेगा ☺

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